कृति सेनन की फिटनेस के कायल हैं फैंस, क्या आप भी जानना चाहती हैं एक्ट्रेस की खूबसूरती का राज़ कृति सेनन की फिटनेस के कायल हैं फैंस, क्या आप भी जानना चाहती हैं एक्ट्रेस की खूबसूरती का राज़ https://ift.tt/85MsLr0 Myths Vs Facts: क्या केले के छिलके से भी मिलते हैं बोटोक्स वाले फायदे? जान लीजिए सच

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फैटी लिवर की बीमारी में दवा की तरह काम करेगा इस सब्जी का जूस, जान लें पीने का समय और तरीका लिवर शरीर के सबसे महत्वपूर्ण अंगों में से एक है. यह पाचन, चयापचय और शरीर की गंदगी को भी बाहर निकलाने का काम करता है. हालांकि, दुनिया भर में बड़ी आबादी हेपेटाइटिस, फैटी लीवर रोग और लीवर सिरोसिस जैसी लिवर की बीमारियों से पीड़ित है. फैटी लिवर की बीमारी वाले लोगों में लिवर में फैट जमा होने लगती है जो लिवर के फंक्शन को प्रभावित करती है. जो लोग काफी ज्यादा क्वांटिटी में तेल, चीनी और कैलोरी वाले फूड आइटम खाते हैं उन्हें फैटी लिवर की बीमारी हो सकती है. फैटी लिवर की बीमारी से बचने के लिए यह ज़रूरी है कि आप अपने खान-पान पर खास ध्यान दें. अपनी डाइट में ऐसे फूड आइटम को शामिल करें जो लिवर के लिए फ़ायदेमंद या यूं कहें कि हेल्दी हों. अगर सही समय पर फैटी लिवर की बीमारी का पता न चले तो यह जानलेवा साबित हो सकती है. फैटी लिवर की बीमारी को कंट्रोल करने के लिए आप कुछ सब्जियों के जूस पी सकते हैं. पालक का जूसपालक का जूस लिवर में जमा फैट को बाहर निकालने में मदद करता है और लिवर के फंक्शन को बेहतर बनाता है. पालक का जूस लिवर के सेल्स तक पहुंचता है और फैट और टॉक्सिक या शरीर की गंदगी को बाहर निकालने का काम करता है. पालक का जूस लिवर के लिए डिटॉक्सिफ़ाइंग एजेंट के रूप में काम करता है. यह जूस पेट के लिए भी फ़ायदेमंद है क्योंकि यह कब्ज़ और आंतों की समस्याओं में मदद करता है. नींबू का जूसनींबू का जूस लिवर को डिटॉक्स करने और इसकी फंक्शन को बेहतर बनाने का एक शानदार तरीका है. इसमें एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन सी भरपूर मात्रा में होता है. जो दोनों ही स्वस्थ लिवर के लिए ज़रूरी हैं. नींबू का जूस पाचन को बेहतर बनाने और सूजन को कम करने में भी मदद करता है. ये भी पढ़ें: Diabetes Care: इस खास ट्रिक्स से महिलाएं ब्लड शुगर लेवल को कर सकती हैं कंट्रोल गाजर का जूसगाजर में बीटा-कैरोटीन भरपूर मात्रा में होता है जो शरीर में जाकर विटामिन ए में बदल जाता है. विटामिन ए लीवर के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह लीवर को नुकसान से बचाने में मदद करता है. गाजर का जूस पाचन और डिटॉक्सिफिकेशन में भी मदद करता है. ये भी पढ़ें: कोरोना वायरस से कितनी ज्यादा खतरनाक है चीन में फैली बीमारी, जान लीजिए जवाब चुकंदर का जूसचुकंदर का जूस लिवर को डिटॉक्स करने का एक बेहतरीन तरीका है. इनमें एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में होते हैं और ये खून को साफ करने में मदद करते हैं. ये शरीर की गंदगी को बाहर निकालने का काम करता है. लिवर के बेहतर स्वास्थ्य के लिए अपने डाइट में चुकंदर का जूस शामिल करें. Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें. यह भी पढ़ें : नींद के लिए खा रहे हैं गोलियां, तुरंत छोड़ दें वरना किडनी-लिवर से हाथ धो बैठेंगे https://ift.tt/FsulVKm पालक को कच्चा खाना चाहिए या फिर उबालकर? जानें क्या है आपके लिए सही
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ठंड के कारण बढ़ रहा हाइपोथर्मिया के मरीज, जानें स्वामी रामदेव के बचाव के टिप्स नॉर्थ इंडिया में कड़ाके की ठंड पड़ रही है. बीते चार दिनों से पड़ रही कड़ाके की ठंड ने लोगों की सेहत बिगाड़ दी है. अस्पतालों में सर्दी, खांसी, बुखार, निमोनिया और सांस संबंधी बीमारियों के मरीजों की भीड़ उमड़ रही है. कई अस्पतालों में ठंड से होने वाली इन बीमारियों से पीड़ित मरीजों की संख्या में 45 फीसदी तक इजाफा हुआ है. हालात यह हैं कि शुगर और हृदय रोगियों को खास तौर पर सावधान रहने की सलाह दी जा रही है. सर्दियों के कारण इन बीमारियों का बढ़ता है खतरा नॉर्थ इंडिया में शीतलहर चल रही है. सिर पर हवा लगने से सिर में दर्द होने लगा है. नाक और मुंह के जरिए शरीर में प्रवेश कर रही ठंडी हवा साइनस और टॉन्सिल की समस्या भी बढ़ा रही है. दरअसल, बदलते मौसम को बर्दाश्त करने के लिए शरीर को तैयार करना होगा और रोजाना योगा वर्कआउट करना होगा नहीं तो ठंड बढ़ने के साथ हाइपोथर्मिया का खतरा भी बढ़ जाता है. हमारे शरीर का सामान्य तापमान 37 डिग्री सेल्सियस होना चाहिए लेकिन इस मौसम में तापमान में तेजी से गिरावट आने से शरीर का तापमान भी गिर जाता है और जब यह 35 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला जाता है तो यह स्वास्थ्य के लिए खतरा बन जाता है. जब यह स्थिति होती है तो शरीर में बहुत ज्यादा कंपकंपी और थकान महसूस होती है और नींद भी ज्यादा आती है लेकिन इन लक्षणों को नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है. क्योंकि इसका सीधा असर हृदय और दिल की नसों के फंक्शन पर पड़ता है. कई बार तो व्यक्ति की जान भी चली जाती है. लेकिन अगर किसी को 'हाइपोथर्मिया' हो जाए तो उस व्यक्ति के शरीर को कैसे गर्म किया जाए? हाइपोथर्मिया के लक्षण लगातार छींक आना आंखों से पानी आना सिर में भारीपन सीने में जकड़न शरीर में दर्द तेज सांस लेना थायराइड की कमी मधुमेह एनीमिया हल्का वजन निर्जलीकरण ठंड बर्दाश्त न करना रक्त संचार खराब होना विटामिन बी-12 की कमी हाइपोथर्मिया मरीज को क्या खाना चाहिए?चुकंदर मटर अनार सेब किशमिश विटामिन बी-12 डेयरी उत्पाद यह भी पढ़ें : स्पेस में लगातार कम हो रहा है सुनीता विलियम्स का वजन, जानें अचानक वेट लॉस कितना खतरनाक सोयाबीन अखरोट बादाम Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें. यह भी पढ़ें : नींद के लिए खा रहे हैं गोलियां, तुरंत छोड़ दें वरना किडनी-लिवर से हाथ धो बैठेंगे https://ift.tt/0vgZTSx नहाने के बाद या नहाने से पहले, जानें कब करनी चाहिए शरीर पर तेल मालिश