बॉडी बनाने के लिए कहीं आप भी तो नहीं ले रहे प्रोटीन शेक, जान लें नुकसान बॉडी बनाने के लिए कहीं आप भी तो नहीं ले रहे प्रोटीन शेक, जान लें नुकसान https://ift.tt/cKbu0BN दाल-चावल खाएं, सेहत बनाएं...अब तो दुनिया ने भी माना सबसे पौष्टिक खाना

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बहुत ज्यादा बैठते हैं तो सावधान! एक्सरसाइज भी नहीं आएगी काम, होगा गंभीर नुकसान Too Much Sitting Risks : ऑफिस में बहुत ज्यादा काम और इनएक्टिव लाइफ की वजह से आजकल ज्यादातर लोग 8-10 घंटे बैठे रहते हैं, जो सेहत (Health) के लिए खतरनाक है. देर तक बैठे रहने से गर्दन-पीठ में दर्द होना तो बेहद आम है, लेकिन इसकी वजह से हार्ट डिजीज और कैंसर जैसी खतरनाक बीमारियां भी बढ़ सकती हैं. एक नए अध्ययन में बताया गया है कि दिन में 10.5 घंटे से अधिक समय तक बैठने से दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है. लगातार बैठकर काम करने का नुकसान एक्सरसाइज करने के बावजूद भी खत्म नहीं होता है. इसलिए इस आदत से बचने की कोशिश करनी चाहिए. यह भी पढ़ें :कौन छीन रहा जुगनुओं की जिंदगी, उनके अस्तित्व पर क्यों मंडरा रहा खतरा? कम बैठने से हार्ट अटैक का खतरा कम एमआईटी और हार्वर्ड की एक टीम की एक स्टडी में बताया गया है कि लोग जितना कम समय बैठने या लेटने में बिताएंगे, उनमें हार्ट से जुड़े जोखिम कम हो जाएंगे. इसमें यह भी बताया गया है कि रोजाना 10.6 घंटे बिना किसी फिजिकल एक्टिविटी के हार्ट फेलियर और हार्ट से जुड़ी बीमारियों का खतरा पाया गया. अध्ययन में 89,530 लोगों के डेटा का विश्लेषण किया गया और फिटनेस ट्रैकर का इस्तेमाल करके एक हफ्ते तक उन पर नजर रखी गई. इनमें कई लोग दिन में 9.4 घंटे और कई 10.6 घंटे बैठे रहते थे.ज्यादा बैठने वालों में हाई इंफ्लेशन देखा गया. अध्ययन में बताया गया कि ऐसे लोग जो नियमित तौर पर एक्सरसाइज करते थे, उनमें भी हार्ट फेलियर का हाई जोखिम 40% तक था. अध्ययन में पता चलाकि अगर आप फिजिकली इनएक्टिव हैं और वर्कआउट कर रहे हैं तो उसका असर नहीं पड़ता है. लंबे समय तक बैठने के नुकसान 1. लंबे समय तक बैठे रहने से बॉडी का मेटाबॉलिज्म स्लो हो जाता है. इससे नियमित तौर पर एक्सरसाइज करने के बावजूद शरीर में ब्लड शुगर लेवल, ब्लड प्रेशर, फैट लेवल और CO2 लेवल को कंट्रोल करने की क्षमता कम हो जाती है. 2. लंबे समय तक बैठे रहने से कोलेस्ट्रॉल के स्तर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है, इससे दिल की सेहत का खतरा बढ़ जाता है. इससे कोलन, ब्रेस्ट और एंडोमेट्रियल कैंसर का खतरा भी बढ़ जाता है. यह शरीर में ब्लड फ्लो को बाधित करता है. डीप वेन थ्रोम्बोसिस (DVT) का खतरा बढ़ाता है और पैरों, ग्लूट्स, रीढ़ और कंधों में कमजोरी का कारण बनता है. खतरे से कैसे बचें 1. बैठने और एक्सरसाइज का सही संतुलन बनाएं. 2. बैठने और काम करते समय बार-बार ब्रेक लेने की कोशिश करें. 3. हर 30-60 मिनट में अपने केबिन या स्टैंड के चारों ओर एक छोटी सी सैर करें और कॉल करें. 4. आपके पास स्टैंडिंग डेस्क या ट्रेडमिल डेस्क जैसे एक्टिव वर्कप्लेस हैं तो खुद को एक्टिव रखें. 5. एक फिटनेस ट्रैकर पहनने की भी कोशिश करें, जो आपकी एक्टिविटीज पर नजर रखता है, आपको हर घंटे याद दिलाता है कि आप कितनी देर बैठे हैं. Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें. यह भी पढ़ें : नींद के लिए खा रहे हैं गोलियां, तुरंत छोड़ दें वरना किडनी-लिवर से हाथ धो बैठेंगे https://ift.tt/OsEDbR9 महिलाओं और पुरुषों में अलग असर क्यों दिखाती है शराब और सिगरेट? ये रहा जवाब
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फैटी लिवर की बीमारी में दवा की तरह काम करेगा इस सब्जी का जूस, जान लें पीने का समय और तरीका लिवर शरीर के सबसे महत्वपूर्ण अंगों में से एक है. यह पाचन, चयापचय और शरीर की गंदगी को भी बाहर निकलाने का काम करता है. हालांकि, दुनिया भर में बड़ी आबादी हेपेटाइटिस, फैटी लीवर रोग और लीवर सिरोसिस जैसी लिवर की बीमारियों से पीड़ित है. फैटी लिवर की बीमारी वाले लोगों में लिवर में फैट जमा होने लगती है जो लिवर के फंक्शन को प्रभावित करती है. जो लोग काफी ज्यादा क्वांटिटी में तेल, चीनी और कैलोरी वाले फूड आइटम खाते हैं उन्हें फैटी लिवर की बीमारी हो सकती है. फैटी लिवर की बीमारी से बचने के लिए यह ज़रूरी है कि आप अपने खान-पान पर खास ध्यान दें. अपनी डाइट में ऐसे फूड आइटम को शामिल करें जो लिवर के लिए फ़ायदेमंद या यूं कहें कि हेल्दी हों. अगर सही समय पर फैटी लिवर की बीमारी का पता न चले तो यह जानलेवा साबित हो सकती है. फैटी लिवर की बीमारी को कंट्रोल करने के लिए आप कुछ सब्जियों के जूस पी सकते हैं. पालक का जूसपालक का जूस लिवर में जमा फैट को बाहर निकालने में मदद करता है और लिवर के फंक्शन को बेहतर बनाता है. पालक का जूस लिवर के सेल्स तक पहुंचता है और फैट और टॉक्सिक या शरीर की गंदगी को बाहर निकालने का काम करता है. पालक का जूस लिवर के लिए डिटॉक्सिफ़ाइंग एजेंट के रूप में काम करता है. यह जूस पेट के लिए भी फ़ायदेमंद है क्योंकि यह कब्ज़ और आंतों की समस्याओं में मदद करता है. नींबू का जूसनींबू का जूस लिवर को डिटॉक्स करने और इसकी फंक्शन को बेहतर बनाने का एक शानदार तरीका है. इसमें एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन सी भरपूर मात्रा में होता है. जो दोनों ही स्वस्थ लिवर के लिए ज़रूरी हैं. नींबू का जूस पाचन को बेहतर बनाने और सूजन को कम करने में भी मदद करता है. ये भी पढ़ें: Diabetes Care: इस खास ट्रिक्स से महिलाएं ब्लड शुगर लेवल को कर सकती हैं कंट्रोल गाजर का जूसगाजर में बीटा-कैरोटीन भरपूर मात्रा में होता है जो शरीर में जाकर विटामिन ए में बदल जाता है. विटामिन ए लीवर के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह लीवर को नुकसान से बचाने में मदद करता है. गाजर का जूस पाचन और डिटॉक्सिफिकेशन में भी मदद करता है. ये भी पढ़ें: कोरोना वायरस से कितनी ज्यादा खतरनाक है चीन में फैली बीमारी, जान लीजिए जवाब चुकंदर का जूसचुकंदर का जूस लिवर को डिटॉक्स करने का एक बेहतरीन तरीका है. इनमें एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में होते हैं और ये खून को साफ करने में मदद करते हैं. ये शरीर की गंदगी को बाहर निकालने का काम करता है. लिवर के बेहतर स्वास्थ्य के लिए अपने डाइट में चुकंदर का जूस शामिल करें. Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें. यह भी पढ़ें : नींद के लिए खा रहे हैं गोलियां, तुरंत छोड़ दें वरना किडनी-लिवर से हाथ धो बैठेंगे https://ift.tt/FsulVKm पालक को कच्चा खाना चाहिए या फिर उबालकर? जानें क्या है आपके लिए सही