Saif Ali Khan Attack: गले की नसों के लिए कितना खतरनाक है चाकू का वार, क्या हो सकती है दिक्कत?
बॉलीवुड ऐक्टर सैफ अली खान के बांद्रा स्थित घर में घुसकर एक अज्ञात व्यक्ति ने चोरी की कोशिश करते हुए में उन पर चाकू से हमला किया. हमले के दौरान उनके गले, हाथ और चाकू से वार किया गया है. जिसमें वह घायल हो गए हैं. हमले के बाद ऐक्टर को मुंबई के लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया और बताया जा रहा है कि वह खतरे से बाहर हैं. पुलिस के मुताबिक आरोपी सैफ अली खान के घर में घुसे और दोनों के बीच झगड़ा हुआ.
जिसके बाद ऐक्टर को चाकू मार दिया गया. एक अधिकारी ने बताया कि घटना के समय ऐक्टर के कुछ पारिवारिक सदस्य घर में मौजूद थे. सैफ पर चाकू से वार किया गया जिसमें सैफ पर धारदार हथियार से छह बार हमला हुआ. इस हमले में उनकी गर्दन, बायीं कलाई, छाती पर चोट आई है और चाकू का एक छोटा हिस्सा उनकी रीढ़ की हड्डी में भी लगा है. सूत्रों ने बताया रीड की हड्डी में लगी चोट की वजह से ओपेरेशन करने की ज़रूरत पड़ी.
गर्दन की गले की नसों पर चाकू से वार करने के कारण ब्लड के थक्के बन सकते हैं. इसके बाद इंफेक्शन छाती में फैल सकता है. कभी-कभी सूजन बहुत बढ़ जाती है और ब्लड सर्कुलेशन में गंभीर इंफेक्शन हो सकता है. जिसके कारण ऑर्गन फेल हो सकते हैं.
चाकू से गले पर चोट लगने से पूरे शरीर में होने लग सकता है इंफेक्शन
इंटरनल जुगुलर वेन दिमाग, चेहरे और गर्दन में ब्लड पहंचाने का काम करती है. ब्लड दाएं आलिंद में पहुंचाती है. इंटरनल जुगुलर शिरा सिग्मॉइड साइनस का एक रन ऑफ है. यह खोपड़ी के चारों तरफ होती है और खोपड़ी के आसपास स्थित जुगुलर फोरामेन के माध्यम से कपाल से बाहर निकलती है. चूंकि आंतरिक जुगुलर शिरा पार्श्व गर्दन से नीचे जाती है. इसलिए यह चेहरे, रेट्रोमैंडिबुलर और लिंगुअल नसों में खून पहुंचाने का काम करती है.
गर्दन पर चाकू से किया गया घाव हमेशा घातक नहीं होता, लेकिन यह बेहद गंभीर और जानलेवा हो सकता है. गर्दन में महत्वपूर्ण संरचनाएं होती हैं. जिनमें प्रमुख रक्त वाहिकाएं (जैसे कैरोटिड धमनियां और जुगुलर नसें), श्वासनली, ग्रासनली और रीढ़ की हड्डी शामिल हैं. गर्दन पर चाकू से किए गए घाव का परिणाम कई कारकों पर निर्भर करता है.
घाव का स्थान: यदि चाकू महत्वपूर्ण संरचनाओं, जैसे कि प्रमुख धमनियों या रीढ़ की हड्डी में घुस जाता है तो मृत्यु का जोखिम काफी बढ़ जाता है. प्रवेश की गहराई: एक उथला घाव केवल सतही क्षति का कारण बन सकता है, जबकि एक गहरा घाव गंभीर आंतरिक रक्तस्राव या महत्वपूर्ण अंगों को चोट पहुंचा सकता है. त्वरित चिकित्सा प्रतिक्रिया जीवित रहने की संभावनाओं को बहुत बेहतर बना सकती है. आपातकालीन इलाज में रक्तस्राव को नियंत्रित करना. क्षतिग्रस्त संरचनाओं की मरम्मत करना और संक्रमण को रोकना शामिल हो सकता है. ओवर ऑल हेल्थ किसी व्यक्ति की पहले से मौजूद स्वास्थ्य स्थितियां भी परिणामों को प्रभावित कर सकती हैं.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
<p style="text-align: justify;">बॉलीवुड ऐक्टर सैफ अली खान के बांद्रा स्थित घर में घुसकर एक अज्ञात व्यक्ति ने चोरी की कोशिश करते हुए में उन पर चाकू से हमला किया. हमले के दौरान उनके गले, हाथ और चाकू से वार किया गया है. जिसमें वह घायल हो गए हैं. हमले के बाद ऐक्टर को मुंबई के लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया और बताया जा रहा है कि वह खतरे से बाहर हैं. पुलिस के मुताबिक आरोपी सैफ अली खान के घर में घुसे और दोनों के बीच झगड़ा हुआ.</p> <p style="text-align: justify;">जिसके बाद ऐक्टर को चाकू मार दिया गया. एक अधिकारी ने बताया कि घटना के समय ऐक्टर के कुछ पारिवारिक सदस्य घर में मौजूद थे. सैफ पर चाकू से वार किया गया जिसमें सैफ पर धारदार हथियार से छह बार हमला हुआ. इस हमले में उनकी गर्दन, बायीं कलाई, छाती पर चोट आई है और चाकू का एक छोटा हिस्सा उनकी रीढ़ की हड्डी में भी लगा है. सूत्रों ने बताया रीड की हड्डी में लगी चोट की वजह से ओपेरेशन करने की ज़रूरत पड़ी.</p> <p style="text-align: justify;">गर्दन की गले की नसों पर चाकू से वार करने के कारण ब्लड के थक्के बन सकते हैं. इसके बाद इंफेक्शन छाती में फैल सकता है. कभी-कभी सूजन बहुत बढ़ जाती है और ब्लड सर्कुलेशन में गंभीर इंफेक्शन हो सकता है. जिसके कारण ऑर्गन फेल हो सकते हैं. </p> <p style="text-align: justify;"><strong>चाकू से गले पर चोट लगने से पूरे शरीर में होने लग सकता है इंफेक्शन</strong></p> <p style="text-align: justify;">इंटरनल जुगुलर वेन दिमाग, चेहरे और गर्दन में ब्लड पहंचाने का काम करती है. ब्लड दाएं आलिंद में पहुंचाती है. इंटरनल जुगुलर शिरा सिग्मॉइड साइनस का एक रन ऑफ है. यह खोपड़ी के चारों तरफ होती है और खोपड़ी के आसपास स्थित जुगुलर फोरामेन के माध्यम से कपाल से बाहर निकलती है. चूंकि आंतरिक जुगुलर शिरा पार्श्व गर्दन से नीचे जाती है. इसलिए यह चेहरे, रेट्रोमैंडिबुलर और लिंगुअल नसों में खून पहुंचाने का काम करती है. </p> <p style="text-align: justify;"><strong>यह भी पढ़ें : <a title="गले की नसों के लिए कितना खतरनाक है चाकू का वार, क्या हो सकती है दिक्कत?" href="https://ift.tt/8NoPUYH" target="_self">गले की नसों के लिए कितना खतरनाक है चाकू का वार, क्या हो सकती है दिक्कत?</a></strong></p> <p style="text-align: justify;">गर्दन पर चाकू से किया गया घाव हमेशा घातक नहीं होता, लेकिन यह बेहद गंभीर और जानलेवा हो सकता है. गर्दन में महत्वपूर्ण संरचनाएं होती हैं. जिनमें प्रमुख रक्त वाहिकाएं (जैसे कैरोटिड धमनियां और जुगुलर नसें), श्वासनली, ग्रासनली और रीढ़ की हड्डी शामिल हैं. गर्दन पर चाकू से किए गए घाव का परिणाम कई कारकों पर निर्भर करता है.</p> <p style="text-align: justify;">घाव का स्थान: यदि चाकू महत्वपूर्ण संरचनाओं, जैसे कि प्रमुख धमनियों या रीढ़ की हड्डी में घुस जाता है तो मृत्यु का जोखिम काफी बढ़ जाता है. प्रवेश की गहराई: एक उथला घाव केवल सतही क्षति का कारण बन सकता है, जबकि एक गहरा घाव गंभीर आंतरिक रक्तस्राव या महत्वपूर्ण अंगों को चोट पहुंचा सकता है. त्वरित चिकित्सा प्रतिक्रिया जीवित रहने की संभावनाओं को बहुत बेहतर बना सकती है. आपातकालीन इलाज में रक्तस्राव को नियंत्रित करना. क्षतिग्रस्त संरचनाओं की मरम्मत करना और संक्रमण को रोकना शामिल हो सकता है. ओवर ऑल हेल्थ किसी व्यक्ति की पहले से मौजूद स्वास्थ्य स्थितियां भी परिणामों को प्रभावित कर सकती हैं.</p> <div style="text-align: justify;" align="left"> <p dir="ltr"><strong>Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.</strong></p> </div> <p dir="ltr" style="text-align: justify;"><strong>यह भी पढ़ें : <a title="नींद के लिए खा रहे हैं गोलियां, तुरंत छोड़ दें वरना किडनी-लिवर से हाथ धो बैठेंगे" href="https://ift.tt/T0s7enQ" target="_blank" rel="noopener">नींद के लिए खा रहे हैं गोलियां, तुरंत छोड़ दें वरना किडनी-लिवर से हाथ धो बैठेंगे</a></strong></p>
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मधुमेह में मखाना आप कई तरह से खा सकते हैं. लेकिन सबसे हेल्दी तरीका है कि इसे नाश्ते के समय दूध में भिगो दें और फिर आधे घंटे बाद खा लें. इसके अलावा आप इसे नाश्ते के तौर पर या इसकी खिचड़ी बनाकर भी खा सकते हैं. डायबिटीज के मरीजों को हर दिन सिर्फ 2 से 3 मुट्ठी यानी करीब 30 ग्राम मखाना ही खाना चाहिए. ऐसा करने से शुगर स्पाइक्स को रोकने और फिर डायबिटीज को मैनेज करने में मदद मिल सकती है. इस तरह इसका सेवन डायबिटीज में शुगर को कंट्रोल करने में मदद कर सकता है.इसलिए अगर आपको मधुमेह है तो इस ड्राई फ्रूट को अपने आहार में जरूर शामिल करें.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.